Zamzam Water History In Hindi || BEST ARTICLES

ZAMZAM WATER HISTORY IN HINDI & PUNJABI || BEST ARTICLES : अनजान जगा जहां तक न&#

x95B;र जाती चारो तरफ रेत के पहाड़। अल्लाह इस दुनिया के कण कण में मौजूद है।

Zamzam Water History In Hindi

इब्राहिम (ए: एस :)(ibrahim) ने अपना शहर छोड़ दिया और अल्लाह की याद अपने दिल में लिए एक अज्ञात मार्ग पर चल पड़े ।आप के दिल में दृढ़ संकल्प था कि अल्लाह इस दुनिया के कण कण में मौजूद है। कई कठिनाइयों का सामना करते हुए, आप मिस्र पहुंच गए। मिस्र में आप रहने लगे और वहां उन्होंने बीबी साराह से शादी की। दोनों पति पत्नी खुशी खुशी से प्लीस्टिन में रहने लगे। बीबी साराह के बहुत कहने पर, आपने दूसरी शादी बीबी हाजरा से की। उन्हे दो बेटे पैदा हुए। बीबी साराह की गोद से हज़रत इसहाक और बीबी हाजरा की गोद से हज़रत इस्माएल। एक दिन आप को अल्ला ने हुकम किया की अपने परिवार को लेकर दूसरे देशो में यात्रा करो।Zamzam Water History In Hindi

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सारा परिवार यात्रा पे निकल गया और चलते चलते सऊदी अरब के मक्का में पोहंच गए। उस समय मक्का को बक्का के नाम से जाना जाता था। वहां आप परिवार को अल्ला के रहमो कर्म पर छोड़ कर वापस पलिस्तीन आ गए।
अनजान जगा जहां तक नज़र जाती चारो तरफ रेत के पहाड़ थे। बीबी हाजरा के पास जो पानी था वह खतम हो गया और बेटा इसमएल प्यास से रोने लगा। बेटे को प्यास से तड़पता देख बीबी हाजरा ने पानी की इधर उधर खोज की। पानी ढूंढती ढूंढ़ती बीबी सफा पहाड़ी पर गई लेकिन वहां पर पानी कोई नामो निशान न मिला। फिर वह मरवाह पहाड़ी की तरफ पानी ढूंढ़ने गई वहां पर भी पानी नहीं मिला।

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पहाड़ी से नीचे उतरते समय बीबी ने अल्ला पाक को याद किया और अल्ला का करिश्मा देख कर दंग रह गई। जिस जगह वह पुत्र इस्माएल को छोड़ कर गई थी ठीक उसी जगा पर पानी का चश्मा फुट पड़ा था। माँ ने अल्ला का धनवाद किया और अपने बच्चे की प्यास बुझाई। वह पानी आज भी वैसे का वैसे ही निकल रहा है और zamzam chashma कर कर प्रसिद्ध है। माँ और बेटा दोनों उसी जगा पर रहने लगे और वहां से गुज़रने वालो को पानी पिलाने लगे। धीरे धीरे इसी जगा और लोग रहने लगे और मक्का वेपार करने वालो का बहुत बड़ा शहर बन गया।

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